Wednesday, March 7, 2012

कांट्रेक्ट नोट :


किसी मान्यताप्राप्त स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों और दूसरी सूचीबद्ध प्रतिभूतियों में कारोबार करने वाले निवेशकों के लिए कांट्रेक्ट नोट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। एक ब्रोकर के जरिये एक निवेशक स्टॉक एक्सचेंज में जो भी लेनदेन करता है, कांट्रेक्ट नोट उसका वैध रिकार्ड माना जाता है। कांट्रेक्ट नोट से कई मकसद सधते हैं। इसमें न सिर्फ ट्रांजेक्शन का रिकार्ड होता है बल्कि यह लिखित तौर पर होता है।

दरअसल यह ब्रोकर की ओर से लिए गए ब्रोकरेज बिल के तौर पर भी काम करता है। कांट्रेक्ट नोट के जरिये निवेशक शेयर बाजार में हजारों लेेनदेन में किसी खास लेनदेन की जांच कर सकता है। बाद में स्टॉक एक्सचेंज की ओर से जारी सूचनाओं से वह इसका मिलान भी कर सकता है। इसमें ब्रोकर के बारे में विस्तृत ब्योरा होता है। ब्रोकर का नाम, एक्सचेंज की उसकी सदस्यता संख्या और अन्य जानकारी के साथ -साथ उसका संपर्क नंबर भी होता है। उसी तरह ग्राहक या निवेशक का पूरा नाम, आईडी और उसका पैन नंबर भी रहता है।