Saturday, December 3, 2011

12-15 साल के निवेश हेतु म्यूचुअल फंड सर्वश्रेष्ठ विकल्प

हम और आप पैसा कमाने के लिए काफी मेहनत करते हैं। हम उस कमाई हुई रकम में से कुछ खर्च करते हैं और थोड़ा बचाते हैं। वैसे तो बचत के बहुत से ज़रिए है लेकिन हम चाहते हैं कि पैसा सिर्फ बचे ही नहीं बल्कि इसमें बढ़त भी होती रहे।

अगर आप सही जगह निवेश करते हैं तो आपकी हर महीने की छोटी से छोटी बचत एक दिन एक बहुत बड़ी रकम बनकर आपके पास वापस आ सकती है। इस काम के लिये आपको कुछ निवेश योजना बनाकर चलने की आवश्यकता है।

वर्तमान निवेश विकल्पों में म्युचुअल फंड पर काफ़ी अधिक विश्वास किया जा रहा है। वाइज इंवेस्ट एडवाइजर्स के सीईओ हेमंत रुस्तोगी ने सीएनबीसी आवाज़ के साथ इस पर चर्चा की और म्युचुअल फंड के बारे में बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध करायी।

अगर कोई पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहा है तो उसे एक साथ ढेर सारा पैसा इनमें लगाने की बजाय सिस्टोमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के तहत निवेश करना चाहिये। म्यूचुअल फंड निवेश के लिहाज़ से हमेशा ही बेहतर विकल्प साबित होते हैं पर इसके लिये निवेशकों को अनुशासित रुप से निवेश की आदत डालनी ही होगी और अपनी निवेश सीमा भी लंबी अवधि के लिये रखनी होगी।

एसआईपी के लिए एचडीएफसी इक्विटी फंड, एचडीएफसी टॉप 200 फंड, आईडीएफसी प्रीमियर इक्विटी फंड बेहतर फंड हैं। इसके अलावा रिलायंस ग्रोथ फंड में भी फंड में निवेश की सलाह बन रही है।

जो लोग लंबी अवधि के लिये निवेश करना चाहते हैं तो उनके लिये यही सलाह बनती है कि म्यूचुअल फंड में निवेश सुरक्षित भी है और इसमें अच्छे रिटर्न भी मिलते हैं। 

12-15 साल के निवेश के लिए म्यूचुअल फंड सबसे अच्छा विकल्प है। इसके अलावा लंबी अवधि में इक्विटी में सबसे ज्यादा रिटर्न मिलते हैं इस बात को भूलना नहीं चाहिये। आपके पैसे की सुरक्षा बनी रहे इसके लिये ज़रूरी है कि निवेश के साथ सही इंश्योरेंस भी लिया जाए।

म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर आपको सिस्टोमैटिक ट्रांसफर प्लान लेने का भी विकल्प मिलता है जिसके तहत आप अपनी धनराशि को एक फंड से दूसरे फंड में बदल सकते हैं। इस प्लान में निवेशक इक्ट्ठी धनराशि एक प्लान में लगाते हैं और समय समय पर दूसरे फंड में पैसै स्विच कर सकते हैं।

फ्लेक्सिबल एसटीपी के लाभ

गिरते बाज़ारों में एसटीपी के लिए तय रकम से ज़्यादा पैसे लगा सकते हैं। इसमें निचले स्तरों पर ज्यादा यूनिट खरीद पाने की सहूलियत मिलती है। एसटीपी के जरिए एचडीएफसी के फंड में निवेश कर सकते हैं इसके लिये ये एक अच्छा विकल्प है।

इसके अलावा रिलायंस म्यूचुअल फंड में भी आपको एसटीपी की तर्ज पर 'स्मार्ट स्टेप' विकल्प मिल सकता है। एसटीपी के लिये हर महीने कोई तारीख निश्चित होती है जिस पर आपका पैसा ट्रांसफर हो सकता है।

निवेशकों के लिए ये सुझाव हैं कि निवेश करने से पहले कुछ तैयारी करनी आवश्यक हैं। जैसे आपको निवेश की अवधि पहले से तय करना काफी जरूरी होता है। अलग-अलग अवधि के लिए निवेश रणनीति और विकल्प भी अलग अलग होंगे।

यदि आप छोटी अवधि के लिये पैसा निवेश करना चाहते हैं तो आपको पैसे की सुरक्षा पर ध्यान रखना होगा। वहीं अगर आप लंबी अवधि के लिये निवेश कर रह हैं तो अच्छे रिटर्न मिलें इसके साथ ही साथ महंगाई दर का भी ध्यान रखकर चलना होगा क्योंकि इसी समय महंगाई इतनी अधिक है तो भविष्य में इसके और भी बढ़ने की संभावना है।

एचडीएफसी एमआईपी एलटीपी फंड 2-3 साल के निवेश नज़रिये से काफ़ी अच्छा फंड साबित हो सकता है। इस फंड में एक बात ध्यान रखने योग्य है कि इसमें जोखिम डेट फंड्स से थोड़ा ज्यादा होता है।


जो लोग सोने में निवेश करना चाहते हैं उनके लिये हेमंत रस्तोगी ने राय दी है कि पहले से मौजूद गोल्ड ईटीएफ में पैसे लगाने चाहिये। क्योंकि ये लिक्विडिटी के साथ बेहतर वॉल्यूम भी देते हैं। इसके साथ साथ गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते समय फंड के खर्चों का खयाल भी रखना चाहिये।

2-3 साल के लिए हाइब्रिड फंड्स सही होते हैं। इससे ज्यादा समय के लिये इक्विटी फंड्स में पैसे लगाएं तो बेहतर होगा। ईएलएसएस में अगर कोई निवेश करना चाहता है तो इसके लिये कैनरा रोबेको इक्विटी टैक्स सेवर फंड अच्छा है।

म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे बङ़ा लाभ ये है कि ये काफ़ी सुगठित निवेश कहलाता है और इसमें विकल्प भी काफी अधिक होते हैं। आप को टैक्स छूट का लाभ भी मिल सकता है और म्यूचुअल फंड में सम्पूर्ण पारदर्शिता की सुविधा भी मिलती है।

रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज फंड और टाटा इंडो ग्लोबल इंफ्रा फंड को निवेश के लिये अच्छा विकल्प बताया जा रहा है। इसके साथ ही यूटीआई इंफ्रा फंड में भी निवेश किया जा सकता है। ध्यान रखना चाहिये कि हर फंड की अपनी कुछ सीमाऐं हैं। किसी भी फंड में निवेश करने से पहले इसकी सारी जानकारी लेने के बाद ही आप इसमें निवेश करें तो बेहतर होगा।
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स्रोत : Moneycontrol.com