Friday, May 27, 2011

क्या टल गया बाजार पर मंडराता खतरा?

कल मैंने जिक्र किया था कि इन स्तरों से बाजार के संभलने की संभावना काफी बनती है। मैंने यह भी लिखा था कि कई बार बाजार कुछ छकाता है और किसी मजबूत सहारे को तोड़ने का आभास देने के बाद वापस पलट जाता है। निफ्टी के लिए लगभग 5375 के स्तर पर एक मजबूत सहारा था जिसे इसने तोड़ दिया था, लेकिन कल की उछाल के बाद अब यह वापस इसके ऊपर है। निफ्टी के चार्ट पर 3790, 4353 और 4786 को मिलाती जो रुझान रेखा साल 2004 से ही निफ्टी को सहारा देती रही है, उसके आसपास ही, भले ही थोड़ा नीचे जा कर सहारा पाने की बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बेशक निफ्टी बुधवार को 5329 तक फिसल गया था, लेकिन पिछले 7 सालों से चली आ रही रुझान रेखा पर सहारा लेते समय 50 अंक इधर-उधर से कुछ खास फर्क नहीं पड़ता।

लेकिन बाजार वापस सँभल गया है या नहीं, इसे समझने के लिए शुक्रवार की चाल काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। कल की उछाल से निफ्टी अप्रैल और मई के ऊपरी स्तरों को छूती रुझान रेखा के ठीक नीचे आ गया है। आज सुबह शुरुआती मिनटों की उछाल में निफ्टी ने इसे पार भी कर लिया है। अगर यह इसके ऊपर टिक सके तो छोटी अवधि में 5562 तक चढ़ने का रास्ता खुल जायेगा, जो 4786-6339 की 50% वापसी का स्तर है। लेकिन अगर निफ्टी इसके 61.8% स्तर यानी 5379 के नीचे फिर से चला गया तो यह गिरावट जारी रहने का संकेत होगा।

आज या अगले कुछ दिनों के कारोबार में एक महत्वपूर्ण कसौटी यह भी रहेगी कि निफ्टी 6339-5178 की गिरावट की 23.6% वापसी के स्तर 5452 को पार कर पाता है या नहीं। आज सुबह शुरुआती कारोबार में यह इस स्तर को लगभग छू गया है। लेकिन इस स्तर को पार करना और इसके ऊपर टिक पाना महत्वपूर्ण होगा। फिलहाल रणनीति यह रखी जा सकती है कि जब तक निफ्टी 5370 के नीचे नहीं जाये, तब तक ऊपर के स्तरों की उम्मीद रखी जाये।
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Source :
Rajeev Ranjan Jha,शेयर मंथन