बेनाचिति : दुर्गापुर शहर के सिटी सेंटर इलाके से मंगलवार को एक और
चिटफंड संस्था सैकड़ों लोगों का करोड़ों रुपया लेकर फरार हो गई। संस्था की
धोखाधड़ी के खिलाफ एजेंटों ने मंगलवार दुर्गापुर थाने में मामला दर्ज
करवाया। चिटफंड संस्था के अचानक फरार हो जाने से एजेंटों व निवेशकों के
समक्ष चिंता देखने को मिल रही है।
बताया जाता है कि दो वर्ष पहले सत्य सेवा नामक चिटफंड कंपनी ने सिटी सेंटर में कार्यालय खोला। पहले दुर्गापुर, रानीगंज आदि इलाकों के 174 युवकों को कंपनी का एजेंट बनाया, जिसमें अधिकांश छात्र थे। इन एजेंटों को लोगों के पास भेजकर अधिक ब्याज देने का प्रलोभन देकर कंपनी में पैसा जमा करवाया। शिल्पांचल के हजारों लोगों ने कंपनी के पास विभिन्न योजना के तहत करोड़ों रुपया जमा किया। कंपनी का मुख्य कार्यालय दुर्गापुर में था एवं रानीगंज, वर्द्धमान, सिलीगुड़ी, दुबराजपुर में शाखा कार्यालय खोला गया था। निवेशकों की जमा राशि की मियाद पूरी होने पर निवेशक एजेंट से रुपये की मांग कर रहे थे। एजेंट भी कंपनी के अधिकारियों से रुपया लौटाने का दबाव बना रहे थे। इस बीच रानीगंज का शाखा कार्यालय पन्द्रह अप्रैल से बंद हो गया। मंगलवार को एजेंटों को दुर्गापुर कार्यालय में रुपया लेने के लिए बुलाया गया था। जब एजेंट कार्यालय में पहुंचे तो कंपनी के कार्यालय में ताला लगा पाया। जिसकी शिकायत थाने में की। एजेंट रामसेवक बनर्जी ने बताया कि कार्यालय बंद हो जाने से हमलोग परेशान हो गए हैं। इसकी शिकायत पुलिस व महकमा शासक से की गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।
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Source : jagran
बताया जाता है कि दो वर्ष पहले सत्य सेवा नामक चिटफंड कंपनी ने सिटी सेंटर में कार्यालय खोला। पहले दुर्गापुर, रानीगंज आदि इलाकों के 174 युवकों को कंपनी का एजेंट बनाया, जिसमें अधिकांश छात्र थे। इन एजेंटों को लोगों के पास भेजकर अधिक ब्याज देने का प्रलोभन देकर कंपनी में पैसा जमा करवाया। शिल्पांचल के हजारों लोगों ने कंपनी के पास विभिन्न योजना के तहत करोड़ों रुपया जमा किया। कंपनी का मुख्य कार्यालय दुर्गापुर में था एवं रानीगंज, वर्द्धमान, सिलीगुड़ी, दुबराजपुर में शाखा कार्यालय खोला गया था। निवेशकों की जमा राशि की मियाद पूरी होने पर निवेशक एजेंट से रुपये की मांग कर रहे थे। एजेंट भी कंपनी के अधिकारियों से रुपया लौटाने का दबाव बना रहे थे। इस बीच रानीगंज का शाखा कार्यालय पन्द्रह अप्रैल से बंद हो गया। मंगलवार को एजेंटों को दुर्गापुर कार्यालय में रुपया लेने के लिए बुलाया गया था। जब एजेंट कार्यालय में पहुंचे तो कंपनी के कार्यालय में ताला लगा पाया। जिसकी शिकायत थाने में की। एजेंट रामसेवक बनर्जी ने बताया कि कार्यालय बंद हो जाने से हमलोग परेशान हो गए हैं। इसकी शिकायत पुलिस व महकमा शासक से की गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।
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