Thursday, April 14, 2011

सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन को बनाएं आसान

मेरी उम्र 59 साल है और मैं 62 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हो जाऊंगा। मेरी सालाना आय 40 लाख रुपये है और मेरे कार्यालय ने मुझे रहने, कार, चालक, फोन और बिजली की सुविधाएं दी हैं। मेरा महीने में यात्रा पर 12 लाख रुपये, स्वास्थ्य बीमा पर 39,000 रुपये, आयकर भुगतान पर 12 लाख रुपये और विविध खर्चों पर 3 लाख रुपये का खर्च होता है। मेरा कोई प्रोविडेंट फंड नहीं है लेकिन मैं हरेक साल 70,000 रुपये पीपीएफ में जमा करता हूं। वित्तीय रूप से मेरी पत्नी मुझ पर निर्भर है। मेरे पास दो अपार्टमेंट हैं जिन्हें मैंने किराये पर लगा दिया है और इससे प्रति महीने 38,000 रुपये की प्राप्ति होती है।

सेवानिवृत्ति  के बाद मैं 15 लाख रुपये मूल्य की कार खरीदना चाहता हूं और इसके रख-रखाव, चालक और बिजली पर मुझे भुगतान करना होगा। इस पर सालाना करीब 6 लाख रुपये का खर्चा आएगा। क्या आप मुझे मेरे पोर्टफोलियो में बदलाव और अधिक से अधिक प्रतिफ ल प्राप्त करने के लिए सलाह दे सकते हैं, ताकि सेवानिवृति के बाद मुझे कोई दिक्कत नहीं हो।
-MR. A

कुछ लोग आराम से सेवानिवृत्त होना चाहते हैं लेकिन यह नहीं जानते कि इसके लिए क्या चीजें जरूरी हो सकती हैं। कुछ ही लोग सेवानिवृत्ति के बाद बेहतर जीवन जीने के लिए आवश्यक प्रयास करते हैं और आप उनमें से एक हैं।

जैसे ही लोग सेवानिवृत्ति के करीब पहुंचते हैं, उनके मन में इस तरह की चिंताएं होनी आम बात है। आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है। आपने सेवानिवृत्ति के लिए आवश्यकता से अधिक बचत कर ली है जो पर्याप्त है। आपने स्वास्थ्य बीमा भी ले रखा है जो  जीवन में किसी भी स्वास्थ्य संबंधी कठिनाई से आपको सुरक्षा प्रदान करेगा। आपकी पत्नी को छोड़कर आर्थिक रूप से आप पर कोई निर्भर भी नहीं है।

अवसर की चूक

अब आप पोर्टफोलियो से प्राप्त होने वाले प्रतिफल को बढ़ाने चाहते हैं जबकि अगर आप थोड़ा बहुत प्रयास करते तो इसे आसानी से हासिल किया जा सकता था। मिसाल के तौर पर पीपीएफ में सालाना 70,000 रुपये का निवेश और बाकी का एचडीएफसी टैक्ससेवर में 30,000 रुपये निवेश करने की रणनीति इसका उदाहरण है। आपने यह निवेश दूसरे तरीके से किया होता तो अधिक लाभ अर्जित किया होता। लंबी अवधि में ईएलएसएस से प्राप्त प्रतिफल काफी अधिक होता है जो पीपीएफ पर मिलने वाले 8 फीसदी के ब्याज से कहीं अधिक है। इसी तरह, आपका बैक बैलेंस अनावश्यक करों को आमंत्रित कर रहा है।

इन रु पयों को लिक्विड फंडों में निवेश करना आपके लिए अधिक फायदेमंद होता, क्योंकि कर बचत में यह काफी मददगार होता है। आपको बेहतर प्रतिफल और बड़े कोष के निर्माण के लिए ऋण साधनों में किए गए निवेश को इक्विटी में डालना चाहिए।

सेवानिवृत्ति के पश्चात
सेवानिवृत्ति के बाद आपकी आय में कमी आएगी जिससे आप पर करों का बोझ भी कम हो जाएगा। हालांकि, इसके बाद आपके रहने पर अधिक खर्च होगा क्योंकि लगभग सभी मद में भुगतान आपको अपने बचत में से ही करना होगा। सेवानिवृत्ति कोष को बढ़ाने के लिए आपको अनावश्यक खर्चों में कटौती करनी होगी।

सेवानिवृत्ति के बाद का जोखिम

बाजार की हाल की अनिश्चितता ने यह बात पूरी तरह साबित कर दी है कि कैसे बेहतर योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं। आपके पोर्टफोलियो में बाजार में आने वाली अनिश्चितताओं का सामना करने की ताकत होनी चाहिए। नीचे उन चार जोखिमों की चर्चा की गई है जिनका सेवानिवृत्ति के बाद आपका सामना कर सकते हैं-
चिकित्सा क्षेत्र में बेहतरी के साथ ही जीवन प्रत्याशा पहले की अपेक्षा बढ़ी है। लेकिन अगर आपके पास आय का नियमित स्रोत नहीं है तो फिर आपको कुछ मुश्किलें हो सकती हैं। यह बात पूरी सुनिश्चित करें कि सेवानिवृत्ति के बाद आपका पोर्टफोलियो आय अर्जित करने में सक्षम है।

स्वास्थ्य पर बढऩे वाला खर्चा
स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च सभी के लिए चिंता का विषय होता है। इससे निपटने के लिए आपको पर्याप्त बीमा सुरक्षालेनी चाहिए।

भावना में बह कर न लें निर्णय

निवेशक भी साधारण मानव ही होते हैं। व्यावहारिक वित्तीय शोधों में पाया गया है कि अनिश्चितता के समय कई लोगा दिमाग की वजह भावना में बहकर कदम उठाते हैं और ऐसे में पूरी तरह से अपने हितों की रक्षा मुश्किल हो जाती है। भावना में बहकर किए गए फैसलों से आपकी पूरी योजना चौपट हो सकती है।

परिसंपत्तियों का बीमा

अपनी परिसंपत्ति की सुरक्षा के लिए भी पर्याप्त कदम उठाना आवश्यक होता है। यह बात पूरी तरह सुनिश्चित करें कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आपने पर्याप्त बीमा ले रखा है।
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Source : BS